रीश्ते कीसी से कुछ ऐसा नीभा लो
की उसके दिल के सारे गम चुरा लो
इतना असर छोड़ दो किसी पर अपना
की हर कोई हमें भी अपना दोस्त बना ले.
Sender-Rachna-
Friday, 13 February 2009
Saturday, 7 February 2009
दर्द भरे शेर
बोलती है दोस्ती चुप रहता है प्यार
हसती है दोस्ती रुलाता है प्यार ,
मिलाती है दोस्ती जुदा करता है प्यार ,
फिर भी क्यूँ दोस्ती छोड़कर लोग करते है प्यार.. ?
वोह ज़िन्दगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही ,
वोह मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही ,
वोह यादें ही क्या जिसमे तुम नही,
और वोह तुम ही क्या जिसके साथ हम नही ….
कितनी मोहबात है उनसे
हमसे बताया न गया
शायद वो समज न सके
या हामी से समजाया न गया
उन्होंने करीब आने की कोशिश न की
और हमसे हाथ बढाया न गया .......
सांसे बनकर साथ निभाएंगे
कोशिस रहेगी की आपको नही सतायेंगे
कभी पसंद न आए साथ अगर तो बता देना
महसूस भी न करापयेंगे इतने दूर चले जायेंगे ..........
गम मे हँसने वालो को कभी रुलाया नही जाता,
लहरों से पानी को हटाया नही जाता,
होने वाले हो जाते हैं ख़ुद ही दिल से अपने,
किसी को कहकर अपना बनाया नही जाता.
भेजने वाली :रचना जी-
हसती है दोस्ती रुलाता है प्यार ,
मिलाती है दोस्ती जुदा करता है प्यार ,
फिर भी क्यूँ दोस्ती छोड़कर लोग करते है प्यार.. ?
वोह ज़िन्दगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही ,
वोह मोहबत ही क्या जिसमे यादें नही ,
वोह यादें ही क्या जिसमे तुम नही,
और वोह तुम ही क्या जिसके साथ हम नही ….
कितनी मोहबात है उनसे
हमसे बताया न गया
शायद वो समज न सके
या हामी से समजाया न गया
उन्होंने करीब आने की कोशिश न की
और हमसे हाथ बढाया न गया .......
सांसे बनकर साथ निभाएंगे
कोशिस रहेगी की आपको नही सतायेंगे
कभी पसंद न आए साथ अगर तो बता देना
महसूस भी न करापयेंगे इतने दूर चले जायेंगे ..........
गम मे हँसने वालो को कभी रुलाया नही जाता,
लहरों से पानी को हटाया नही जाता,
होने वाले हो जाते हैं ख़ुद ही दिल से अपने,
किसी को कहकर अपना बनाया नही जाता.
भेजने वाली :रचना जी-
दिल की आवाज़
अपने दिल को पत्थर का बना कर रखना ,
हर चोट के निशान को सजा कर रखना ।
उड़ना हवा में खुल कर लेकिन ,
अपने कदमों को ज़मी से मिला कर रखना ।
छाव में माना सुकून मिलता है बहुत ,
फिर भी धूप में खुद को जला कर रखना ।
उम्रभर साथ तो रिश्ते नहीं रहते हैं ,
यादों में हर किसी को जिन्दा रखना ।
वक्त के साथ चलते-चलते , खो ना जाना ,
खुद को दुनिया से छिपा कर रखना ।
रातभर जाग कर रोना चाहो जो कभी ,
अपने चेहरे को दोस्तों से छिपा कर रखना ।
तुफानो को कब तक रोक सकोगे तुम ,
कश्ती और मांझी का याद पता रखना ।
हर कहीं जिन्दगी एक सी ही होती हैं ,
अपने ज़ख्मों को अपनो को बता कर रखना ।
मन्दिरो में ही मिलते हो भगवान जरुरी नहीं ,
हर किसी से रिश्ता बना कर रखना ।
भेजने वाली :रचना जी
हर चोट के निशान को सजा कर रखना ।
उड़ना हवा में खुल कर लेकिन ,
अपने कदमों को ज़मी से मिला कर रखना ।
छाव में माना सुकून मिलता है बहुत ,
फिर भी धूप में खुद को जला कर रखना ।
उम्रभर साथ तो रिश्ते नहीं रहते हैं ,
यादों में हर किसी को जिन्दा रखना ।
वक्त के साथ चलते-चलते , खो ना जाना ,
खुद को दुनिया से छिपा कर रखना ।
रातभर जाग कर रोना चाहो जो कभी ,
अपने चेहरे को दोस्तों से छिपा कर रखना ।
तुफानो को कब तक रोक सकोगे तुम ,
कश्ती और मांझी का याद पता रखना ।
हर कहीं जिन्दगी एक सी ही होती हैं ,
अपने ज़ख्मों को अपनो को बता कर रखना ।
मन्दिरो में ही मिलते हो भगवान जरुरी नहीं ,
हर किसी से रिश्ता बना कर रखना ।
भेजने वाली :रचना जी
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